चाँदनी का रहस्य
रहस्य ! रह्स्य् !! रहस्य !!!
यत्र ! तत्र !! सर्वत्र !!!
धरती की धड़कन सा गूंजता रहस्य,
तारों की ज्योति में दिखता रहस्य,
सागर के रेत सा बिखरा रहस्य ।
रहस्य ! रह्स्य् !! रहस्य !!!
यत्र ! तत्र !! सर्वत्र !!!
चाँद की चाँदनी है हँसता रहस्य
हवा की मस्ती है बहता रहस्य
बर्षा की बूंदों सा झरता रहस्य
रहस्य ! रह्स्य् !! रहस्य !!!
यत्र ! तत्र !! सर्वत्र !!!
जीवन-क्रोड़ में मृत्यु-शैशव रहस्य
काल-कल्पना कल्पांत रहस्य
अनादि प्रारंभ से अनादि अंत तक
रहस्य ! रह्स्य् !! रहस्य !!!
यत्र ! तत्र !! सर्वत्र !!!
" श्रीशेष "
(अतीत के झरोकों से )
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