रविवार, 18 मई 2014

प्यार है पूजा

प्यार है सुधा
- by Shrishesh
प्यार मोहब्बत जीवन तराना इसको भुला कर हमने क्या जाना दिल की रगों को छेड़ो तो जानो विद्वेष के जल से मन को न सानो प्यार है भक्ति, प्यार है शक्ति प्यार है पूजा, प्यार है सुधा प्यार जगत की अनुपम वाणी समझे इसे पशु अज्ञ और ज्ञानी प्रेम प्रीत की अदभुत लोरी बांध रखे यह मन की डोरी जीवन को ज़िंदा रखना है तो प्रेम-रस का पान करो ईर्ष्या-द्वेष के घृणित रोग से जीवन न बर्बाद करो । (अतीत के झरोखों से)
© अजीत कुमार, सर्वाधिकार सुरक्षित।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें