प्यार है सुधा
प्यार मोहब्बत जीवन तराना
इसको भुला कर हमने क्या जाना
दिल की रगों को छेड़ो तो जानो
विद्वेष के जल से मन को न सानो
प्यार है भक्ति, प्यार है शक्ति
प्यार है पूजा, प्यार है सुधा
प्यार जगत की अनुपम वाणी
समझे इसे पशु अज्ञ और ज्ञानी
प्रेम प्रीत की अदभुत लोरी
बांध रखे यह मन की डोरी
जीवन को ज़िंदा रखना है तो
प्रेम-रस का पान करो
ईर्ष्या-द्वेष के घृणित रोग से
जीवन न बर्बाद करो ।
(अतीत के झरोखों से)
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