मंगलवार, 3 जून 2014

मोहब्बत हर पल

पल
- by Shrishesh
ज़िन्दगी है एक पल जो आज है, वो नहीं है कल। इन सरकते हुए पलों को यूँ धुआं न करो आज करेंगे कुछ नया यह दुआ तो करो। मोहब्बत है यह पल, जन्नत है यह पल, पलकों पे सजा कर प्यार, हम करेंगे हलचल गर कर्म है अविरल। (अतीत के झरोखों से)
© अजीत कुमार, सर्वाधिकार सुरक्षित।

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